क्यों यूज़र एक्सपीरियंस (UX) समझना जरूरी है हर किसी के लिए

Understand User Experience

क्या आपने कभी सोचा है कि किसी भी प्रोडक्ट या सेवा को इस्तेमाल करना आसान बनाना भी एक प्रोफेशन हो सकता है? यही है यूज़र एक्सपीरियंस डिज़ाइन।

अगर आप अपनी मम्मी का किचन देखेंगे तो समझ आएगा – सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली चीजें हमेशा सामने रखी होती हैं। मसालों की डिब्बी, चाय के कप, पानी पीने वाला ग्लास – सब कुछ ऐसी जगह रखा होता है जहां से उन्हें आसानी से निकाला जा सके। ये सब (UX Design)यूएक्स डिज़ाइन की बुनियादी सोच है – उपयोगकर्ता के लिए चीजों को आसान बनाना

UX सिर्फ डिज़ाइन इंडस्ट्री तक सीमित नहीं

हम अक्सर सोचते हैं कि UX सिर्फ वेबसाइट, मोबाइल ऐप या डिजिटल प्रोडक्ट्स तक सीमित है। पर सच ये है कि UX हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में हर जगह है – चाहे वो आपका जूता ढूंढना हो, किचन के मसाले या बर्तन हो, या फिर ब्रश और साबुन की जगह।

जब तक हम UX का मूलभाव नहीं समझेंगे, इस इंडस्ट्री का स्तर नहीं बढ़ेगा। UX का मतलब है – यूज़र का अनुभव बेहतर बनाना। अगर अनुभव अच्छा है, तो यूज़र बार-बार प्रोडक्ट या सर्विस का इस्तेमाल करेगा। नहि तो वो अगली बर आने से पेहले दस बर सोचेग कि इस प्रोडक्ट को इस्तेमाल करु या नहि, आपका बेहतर अनुभव उपयोगकर्ता को लम्बे समय तक आपके प्रोडक्ट के प्रति लोयल बना के राखत है।

एक प्रैक्टिकल उदाहरण: इंडक्शन चूल्हा

पहले टच स्क्रीन वाले इंडक्शन चूल्हे खूब चले, लेकिन जैसे ही उस पर दूध गिरता था या हाथ गलती से फिर जाता था – चूल्हा बंद हो जाता या फंक्शन बदल जाता। फिर कंपनियों ने वो बटन वाले चूल्हे वापस लाए जिन्हें गलती से दबाना मुश्किल होता। ये सब हुआ यूज़र फीडबैक से।

यानी UX डिज़ाइन यूज़र की जरूरतों और व्यवहार को समझकर ही बेहतर होता है – और यह एक लगातार सुधार कि जाने वाली प्रक्रिया है।

UX केवल डिज़ाइनर्स के लिए क्यों नहीं?

UX एक टू-वे कम्युनिकेशन है – जिस तरह से ब्रांड या कम्पनी अपने यूज़र के लिये प्रोडक्ट को बेहतर बनाता है, उतनी ही ज़िम्मेदारी यूज़र की भी होती है फीडबैक देने की। अगर हम अपने अनुभव नहीं बताएंगे, तो कंपनियां कैसे जानेंगी कि क्या सही है और क्या नहीं?

इसलिए चाहे वो YouTube वीडियो हो, कोई प्रोडक्ट हो या सुपरमार्केट की सर्विस – इमानदारी से फीडबैक देना जरूरी है। यही बदलाव लाता है।

हर किसी को UX क्यों समझना चाहिए?

जब हम “UX” कहते हैं, तो कई लोगों को लगता है कि ये सिर्फ डिज़ाइनर्स का काम है – जो वेबसाइट, ऐप या किसी डिजिटल प्रोडक्ट का इंटरफेस बनाते हैं। लेकिन सच्चाई इससे बहुत बड़ी है।

चाहे आप एक ग्राहक हों, स्टूडेंट, टीचर, डॉक्टर, या दुकान चलाने वाले – आप हर दिन कई तरह के प्रोडक्ट्स और सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। अब अगर वो प्रोडक्ट आपकी जरूरत और समझ के हिसाब से नहीं बना है, तो आप क्या करेंगे?

या तो इस्तेमाल बंद कर देंगे, या किसी और को ट्राय करेंगे।

इसका मतलब है — UX का असर आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर सीधा पड़ता है।

अगर आप खुद UX समझते हैं, तो आप बेहतर फ़ीडबैक दे सकते हैं, सही प्रोडक्ट चुन सकते हैं, और दूसरों की भी मदद कर सकते हैं।कई बार नए डिज़ाइनर्स या स्टूडेंट्स को समझ नहीं आता कि UX का असली मतलब क्या है। उन्हें शुरुआत में गाइड करने वाला कोई नहीं होता। मैं इस ब्लॉग के ज़रिए ये जानकारी शेयर कर रहा हूं ताकि आपको वो 5–10 साल न लगें जो शायद हमें लगे।

निष्कर्ष

UX डिज़ाइन सिर्फ डिज़ाइन का काम नहीं है – ये एक सोच है। एक जिम्मेदारी है। और ये हर किसी की समझ में आनी चाहिए – बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक।

आपका अनुभव, आपकी राय – किसी भी ब्रांड को बेहतर बनाने में मदद करती है। तो अगली बार जब आप कोई प्रोडक्ट इस्तेमाल करें – फीडबैक जरूर दें।

UX जानना कोई “डिज़ाइनर बनने की कोशिश” नहीं है — ये एक बेसिक डिजिटल लिटरेसी है, जो हर फील्ड में काम आती है।

  • अगर आप यूज़र हैं, तो UX आपके लिए है।
  • अगर आप क्रिएटर हैं, तो UX आपके लिए जरूरी है।
  • और अगर आप समाज को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो UX एक मजबूत टूल है।

इसलिए – सिर्फ UI तक सीमित न रहें। UX भी सीखें। आने वाले समय में मल्टी-स्किल होना जरूरी होगा क्योंकि मार्केट बहुत कॉम्पिटिटिव है।

Previous Article

Job Opportunities for UX Designers Across Different Company Types

Next Article

UI/UX प्रोजेक्ट की शुरुआत कैसे करें | बिगिनर यूएक्स डिजाइन गाइड (हिंदी में)

Write a Comment

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *